
नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अभी मैच्योर नहीं हुए हैं, उन्हें अभी और वक्त दिया जाना चाहिए। शीला ने कहा कि उन्होंने यूपी में कांग्रेस के लिए प्रचार बंद नहीं किया है। शीला ने जोर दिया कि वह राजनीति से रिटायर भी नहीं हुई हैं।
शीला से सवाल किया गया था कि राहुल के आक्रामक प्रचार के बावजूद कांग्रेस को हार मिल रही है। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘देखिए, हम बदलावों के दौर से गुजर रहे हैं। यह पीढ़ी का परिवर्तन है और राजनीति का भी जहां हम कुछ साल पहले खड़े थे। आज राजनीतिक भाषा बदल चुकी है।’ शीला ने पीएम नरेंद्र मोदी के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि आप पीएम से उम्मीद नहीं कर सकते हैं कि वह पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर बोलेंगे। उन्होंने कहा कि यह दृष्टिकोण, भाषा और रिश्तों का बदलाव है और कांग्रेस खुद को अडजस्ट कर रही है। शीला ने आगे जोड़ा कि देखिए राहुल अभी भी मैच्योर नहीं हैं, उनकी उम्र उन्हें इसकी इजाजत नहीं देती है। वह उम्र के 40वें पड़ाव पर हैं। उन्हें थोड़ा और वक्त दीजिए। कांग्रेस विकास में यकीन रखती है और एक राहुल ही हैं जो किसानों की बात करते हैं।
राहुल गांधी को और कितना वक्त चाहिए ? इस सावल के जवाब में शीला दीक्षित ने कहा, ‘उन्होंने काफी कुछ सीखा है। वे अभी तक प्रधानमंत्री इसलिए नहीं बने क्योंकि अभी ऐसा मौका आना बाकी है लेकिन वो मेहनत कर रहे हैं। वो लोगों से मिल रहे हैं और उन्हें पता है कि किसी से अपनी बात कैसे कहनी चाहिए। मुझे लगता है वो जो भी करते हैं वो स्वाभाविक है लेकिन अगर किसी को ऐसा नहीं लगता तो आने वक्त में उन्हें भी ऐसा लगेगा।’
खुद को यूपी में प्रचार से अलग कर लेने के सवाल पर शीला ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि मैंने कैंपेनिंग करना बंद कर दिया है। जबसे मैं वापस आई हूं, पार्टी ने जहां भी भेजा, मैं गई हूं। मुझे कानपुर और बनारस जाना था लेकिन तबीयत खराब होने की वजह से मैं जा नहीं सकी। अब मैं ठीक हो गई हूं और जल्द बनारस जाउंगी।null
शीला दीक्षित दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) से हार मिलने के बाद यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी की सीएम उम्मीदवार थीं लेकिन चुनाव शुरू होने से ठीक पहले कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन कर लिया था जिसके बाद अखिलेश यादव गठबंधन के सीएम उम्मीदवार बन गए।